एक सवाल- जनता का जनता के लिए
अभी देश में लोकतंत्र का पर्व चल रहा है, और ये पर्व हर 5 साल में आता है। जिसमे मतदाता अपने सवाल नेता, पार्टी या उमीदवार से पूछता है, की नेता ने हमारे लिए क्या क्या किया जो नेता जनता को समझने में सफल होता है वो जीत जाता है। आज हम ऐसे ही कुछ सवाल हम भी रखेंगे लेकिन नेताओ से नहीं जनता से, कोई भी सरकार हो या नेता वो अपने क्षेत्र में भरपूर काम करवाने की कोशिश करता है ऐसा हम मानते है लेकिन जनता के भी कुछ फर्ज बनता है आज हम उसी फर्ज की बात करेंगे ।
मतदान:-
देश को आज़ाद हुए 75 साल हो गए है और हम आज भी देश के आम चुनाव में 70% का मतदान पार नहीं कर पाए वर्ष 2019 के आम चुनाव में 67.11% का ही मतदान हुआ ये जिमीदारिया किसकी है, वोट नहीं करते है, देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है की वो जब भी मतदान हो मतदान करे, मतदान को सफल बनाने के लिए सरकार को चुनाव आयोग क्या नहीं करता है फिर भी हम मतदान करने नहीं जाते ।
देश में 2 तरह के लोग मतदान करने नहीं जाते है
1) पहले वो जानबूझ करके मतदान करने नहीं जाते है, उसे सिर्फ एक छुट्टी समझते है और एंजोये करते है ।
2) दूसरे वो लोग होते यही जिन्हे मतदान करने ही नहीं दिया जाता जैसे की नौकरी-पेशा वाले लोग जिन्हे कम्पनिया छुट्टी नहीं देती
इसका समाधान यही है की अगर देश को सक्षम बनाना है तो सभी को एक साथ जितना हो सके अधिक से अधिक मतदान करना चाइये
सफाई अभियान :-
देश में सफाई को लेकर कितने अभियान चलाये जा रहे है, सरकार करोडो खर्च कर रही है , घर बैठे कचरे की गाड़िया आ आ रही है फिर भी देश में आज भी कई नागरिक है कचरा सड़क पर ही फेकते है, ये जिम्मेदारी किसकी बनती है !
जब एक हाथ सरकार बड़ा सकती है तो दूसरा हाथ जनता को ही बढ़ाना होता है , जिस से देश आगे बढ़ता है
सफाई के मामले में आज देश में इंदौर अव्वल रहता है क्यों? क्योकि वहाँ का प्रसाशन एवं जनता दोनों में साथ मिलकर इस सेतु को बनाया है जिस से वहाँ सफाई रहती है ।
भारतीय रेलवे:-
भारतीय रेलवे देश की रीड की हड्डी है, सरकार हर साल तरह-तरह की ट्रेने चलती है, देश के कुछ नागरिक उन पर पत्थर फेंके है, इस से होने वाली हानि को झेलेगा क्योकि ये सभ जनता के दिए हुए टैक्स से ही बनता है, इन्हे रोकने की जिम्मेदारी किसकी है,
हर साल रेलवे AC कोच के लाखो चद्दर चोरी हो जाते है, इसे कौन रोकेगा !
प्रतिदिन ट्रैन के हर कोच की सफाई होती है इस देश का नागरिक उसे भी गुटका थूक -थूक कर उसे गन्दा कर देता है इसे कौन रोकेगा
ये भी इसी देश के नागरिक का फर्ज बनता है।
स्वास्थ्य सेवा:-
देश में भिन्न भिन्न प्रकार के अस्पताल है, कुछ सरकारी है और कुछ निजी, निजी अस्पतालों में सब सुविधाएं अच्छे से मिलती है परन्तु उस सेवा का पैसा लगता है । लेकिन देश में ऐसे ही बहुत से सरकारी अस्पताल है जहा पर भी सभी तरह की सुविधाएं भी लेकिन जनता और चिकित्सक उस सुविधा का क्या करती है है ये हमने कोरोना काल में देखा है लोगो ने दवाइया दुगुने-तीनगुने दामों में बेचीं है जैसे की लोगो को कमानेका मौका मिल गया हो, लोगो में ऑक्सीजन को सोने के भाव में बेचा है, उस समय लोगो की इंसानियत को मरते देखा है, इस जगह पर आकर देश के एक नागरिक की जिम्मेदारी क्या होती है वो भूल जाता है । जब देश आपदा मेहो तो देश के नागरिक की भी कुछ जिम्मेदारिया बनती है|
हम देश की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए है लेकिन आज में देश में बहुत से लोग है जो टैक्स नहीं भरते है यह एक आम नागरिक की जिम्मेदारी है जिसे हम पूरी नहीं कर पा रहे है
अभी देश में आम चुनाव चल रहे है कम से कम यह प्रण ले सकते है की अधिक से अधिक मतदान करे और देश को सक्षम बनाने ने समर्थन करे
आप सभी की इस बारे में क्या राय है हमे कमेंट करके अवश्य बताये ।
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