पीएम मोदी के ‘मुस्लिमों के ज्यादा बच्चे वाले’ कमेंट पर लारा दत्ता का बयान

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बोलीवूड अभिनेत्री लारा दत्ता ने प्रधानमंत्री के हाल ही में मुस्लिमों पर दिए गए विवादित बयान पर अपनी राय रखी है। उनका कहना है कि “इस देश में प्रधानमंत्री भी ट्रोलिंग से नहीं बचते। सबको खुश रखना मुश्किल है।”

लारा दत्ता ने पीएम नरेंद्र मोदी के राजस्थान रैली में मुस्लिमों पर दिए बयान पर अपना राय दी है। स्टेटमेंट पर पीएम की ट्रोलिंग पर लारा का कहना है कि “हर किसी को खुश नहीं किया जा सकता, आपकी जो सोच है उसको सबके सामने रखना भी हिम्मत का काम है।”

लारा दत्ता अपनी अपकमिंग वेब सीरीज रणनीति- बालाकोट ऐंड बियॉन्ड के एक प्रमोशनल इंटरव्यू के दौरान एक मीडिया हाउस से बात कर रही थीं। लारा ने यह भी कहा “राजनीति में और पढ़े-लिखे और घूमे-फिरे लोगों को आना चाहिए लेकिन अभी जो लीडरशिप है उसको नकार नहीं सकते।”

लारा ने कहा कि “देश ग्लोबल लीडर है, इसके लिए अभी जो देश के लीडर हैं उनकी तारीफ होनी चाहिए।”

सबको खुश रखना मुश्किल:-

बॉलीवुड अभिनेत्री लारा दत्ता जूम से बातचीत कर रही थीं। इस दौरान उनसे पूछा गया कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में मुसलमानो पर एक बयान दिया, जिस पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। क्या लारा को लगता है कि प्रधानमंत्री होते हुए उन्हें थोड़ा सा ध्यान रखना चाहिए या फिर उनका ऐसे बयान देना ठीक है क्योंकि अपना चुनाव लड़ रहे हैं?” इस पर लारा दत्ता ने जवाब दिया, “आखिरकार हम सभी इंसान हैं। हर किसी को खुश रखना बहुत मुश्किल है। ना तो हम ट्रोलिंग से नहीं बच पाते ना ही इस देश के प्रधानमंत्री। लेकिन सब अपने हिसाब से डील करते हैं। कोई नाराज न हो जाए इस डर से इतना सोच-समझकर काम नहीं किया जा सकता।”

सोच के साथ खड़ा रहना होगा:-

लारा आगे बोलीं, “कहीं न कहीं जो आपका सच है और जो आपका मत है उसके लिए आपको सच्चा होना पड़ेगा। अगर उनमें इतना साहस है तो ये काबिलेतारीफ है। आखिरकार आपका जो मानना है उसके साथ खड़े रहना चाहिए।”
लारा दत्ता ने यह भी कहा कि “भारत एक ऐसा देश है जिसे चलाना मुश्किल है। जो लीडरशिप है वो अच्छी है लेकिन और पढ़े-लिखे लोगों को भी राजनीति में आना चाहिए।”

PM मोदी ने क्या कहा था?

वायरल वीडियो में पीएम मोदी बोलते दिख रहे हैं, “पहले जब उनकी (कांग्रेस) सरकार थी तब कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठी करके किसको बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं उनको बांटेंगे। घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत की कमाई का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये? भाइयों-बहनों ये अरबन नक्सल की सोच… ये आपका मंगलसूत्र भी बचने नहीं देंगे, यहां तक जाएंगे।”

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