लोकसभा चुनाव 2024: सूरत से निर्विरोध चुनाव जीतने पर सामने आया BJP उम्मीदवार मुकेश दलाल का पहला बयान
देश में लोकसभा चुनाव 2024 7 चरणों में सम्पन्न होने है। जिसके नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। अभी एक ही चरण का चुनाव हुआ है. दूसरे चरण की तैयारी जोर शोर से चल रही है, लेकिन चुनावी नतीजों के 45 दिन पहले ही सूरत लोकसभा सीट का रिजल्ट आ गया है। सूरत लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार मुकेश कुमार दलाल निर्विरोध चुनाव जीत गए हैं।
सूरत: लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो चुका है। और अभी अपने अपने प्रचार और नामांकन में जुटे हुए हैइसी बीच गुजरात के सूरत में एक अनोखी बात सामने आई है। यहां बीजेपी प्रत्याक्षी मुकेश दलाल वोटिंग से पहले ही निर्विरोध विजेता हो गए हैं। हुआ यह की यहाँ सभी 8 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिस कारण से मुकेश को विजेता घोषित कर दिया गया। कांग्रेस के प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का पर्चा पहले ही अमान्य कर रद्द कर दिया गया था।
निर्विरोध जीत पर मुकेश दलाल ने क्या कहा?
सूरत लोकसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित होने पर बीजेपी के मुकेश दलाल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि “आज मुझे निर्विवाद विजयी घोषित किया गया है, तो गुजरात और देश में पहला कमल खिला है। मैं मुझ पर विश्वास दिखाने के लिए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्य के सीएम और राज्य भाजपा प्रमुख को धन्यवाद देता हूं। यह पूर्ण बहुमत सरकार के गठन की दिशा में पहला कदम है।”
गुजरात: सूरत लोकसभा सीट से निर्विरोध निर्वाचित होने पर बीजेपी के मुकेश दलाल ने कहा,” आज मुझे निर्विवादित विजय घोषित किया गया है तो गुजरात और देश में पहला कमल खिला है…मैं मुझ पर विश्वास दिखाने के लिए पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्य के सीएम और… https://t.co/bEukreBvvk pic.twitter.com/X5WigETQOe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 22, 2024
इस विषय पर विपक्ष ने क्या कहा?
विपक्ष ने कहा है की भाजपा चुनाव आयोग से मिलकर विपक्ष के उमीदवारो के चुनाव नामकं रद्द करवा रही है
विपक्ष के आरोपों पर सत्ता पक्ष ने क्या कहा?
विपक्ष दलों द्वारा नामांकन पत्रों की जांच में धांधली किए जाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि विरोधी दल झूठ की राजनीति कर रहे हैं. पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया के तहत पूरा मामला देशवासियों के सामने हैं. कांग्रेस प्रत्याशी ने प्रस्तावों के फर्जी हस्ताक्षर कराए. और खुद प्रस्तावकों ने अधिकारियों के सामने यह स्वीकार किया है कि कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में जो हस्ताक्षर हैं, वे उनके नहीं हैं. इससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस हमेश से झूठ की राजनीति करती आई है और अभी भी कर रही हैं, लेकिन अब उसका झूठ उजागर हो रहा है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण में उनकी या बीजेपी की कोई जिम्मेदारी या भूमिका नहीं है.
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