आचार्य प्रमोद कृष्णम: राहुल और प्रियंका की अपनी-अपनी कांग्रेस?
चार जून के बाद कांग्रेस के होंगे दो धड़े:-
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि “प्रियंका गांधी के साथ साजिश हो रही है। उन्हें राज्यसभा में जाने से रोका गया। इसके अलावा कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी नहीं दी गई।
इसके अलावा आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा की 4 जून क बाद कांग्रेस के 2 धड़े हो जायेंगे एक राहुल गाँधी का होगा और दूसरा प्रियंका गाँधी का।
कांग्रेसी के पूर्व एवं प्रियंका गाँधी गट के नेता और आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि चार जून के बाद कांग्रेस पार्टी के दो धड़े हो जाएंगे। एक धड़ा राहुल गांधी का होगा तो दूसरा प्रियंका गांधी वाड्रा का। आचार्य का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं के दिल में एक ज्वालामुखी रही है जो चार जून के बाद फट जाएगा।
शनिवार को एक चैनल से बातचीत करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि “प्रियंका गांधी के साथ साजिश हो रही है। प्रियंका गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनने और राज्यसभा में जाने से रोका गया। कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी नहीं दी गई।”
और उन्होंने कहा की “यह साजिश उनके खिलाफ कई वर्षों से चल रही है। राहुल गांधी का खेमा चाहता है कि प्रियंका गांधी राजनीति से बाहर हो जाएं। इस वजह से प्रियंका गांधी के समर्थक दुखी हैं। इसके चलते ही चार जून के बाद कांग्रेस के दो धड़े होने वाले हैं।”
लंबे समय तक सस्पेंस बरकरार रहने के बाद पता चला की कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी के पर्चा दाखिल करने के बाद कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कांग्रेस पार्टी के दो फाड़ होने की भविष्यवाणी की है।
प्रियंका गांधी के पूर्व सहयोगी प्रमोद कृष्णन ने दावा किया कि “जिस तरह से राहुल गांधी ने अमेठी सीट छोड़ी, उससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है।”
उन्होंने कहा कि “प्रियंका गांधी मौजूदा लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी और इससे पार्टी दो गुटों में बंट सकती है- एक राहुल गांधी की और दूसरी प्रियंका गांधी की।”
इससे पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि “रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं।”
उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि “राहुल गांधी को रायबरेली की बजाय रावलपिंडी से चुनाव लड़ना चाहिए।”
Rahul Gandhi के अमेठी छोड़ने से लगा झटका:-
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि “जिस तरह से राहुल गांधी ने अमेठी सीट छोड़ी, उससे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है।”
उन्होंने आगे कहा कि “प्रियंका गांधी के चुनाव नहीं लड़ने से उनके समर्थक गुस्साए हुए हैं जो 4 जून के बाद फूटेगा। कांग्रेस फिर से दो धड़ों में बंट जाएगी, एक राहुल गांधी की और दूसरा प्रियंका गांधी की।”
उन्होंने आरोप लगाया कि “कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के भीतर ऐसे लोग हैं जो प्रियंका गांधी के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।”
उन्होंने कहा, ”मैंने पहले ही कहा था कि प्रियंका गांधी वाड्रा को राहुल गांधी चुनाव नहीं लड़ने देंगे। प्रियंका गांधी के खिलाफ परिवार और पार्टी में एक बड़ी साजिश चल रही है। वह परिवार और पार्टी में एक साजिश की शिकार हैं।”
रायबरेली की बजाय रावलपिंडी से राहुल गांधी लड़ें चुनाव:-
कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि “उन्हें लगता है कि राहुल गांधी को रायबरेली के बजाय रावलपिंडी से चुनाव लड़ना चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान में उनकी लोकप्रियता और मांग बढ़ रही है।”
उन्होंने कहा कि “अगर राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे तो उन्हें पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ना चाहिए था।”
बता दें कि राहुल गांधी ने 3 मई को लोकसभा सीट के लिए नामांकन बंद होने से महज एक घंटे पहले ही उत्तर प्रदेश के रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से अपना पर्चा दाखिल किया।
पिछली बार 2019 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से वह बीजेपी कैंडिडेट स्मृति ईरानी से हार गए थे लेकिन केरल की वायनाड सीट से वह संसद पहुंचने में सफल रहे थे। इस बार अमेठी से कांग्रेस के टिकट पर स्मृति ईरानी के सामने किशोरी लाल शर्मा मैदान में हैं। रायबरेली और अमेठी में 20 मई को मतदान है।
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